Biology Questions, जीव विज्ञान 1500 प्रश्न उत्तर Part 2
501 कुछ बैक्टीरियाओं में भी प्रकाश संस्लेषण होता है। जैसे- सोमेतियम, तोदोस्पिरालम आदि। क्योंकि इनमे क्लोरोफिल पाया जाता है।502 पोलियो का टीका बन्दर के गुर्दे से पोलियो वायरस लेकर उसे अक्रिय करके बनाया जाता है।
503 मानव शरीर में रक्त की मात्र शरीर के भर का लगभग ७ प्रतिशत होता है, रक्त का pH मान ७.४ होता है।
504 यकृत (लीवर ) मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है, जबकि फीमर ( जांघ की अस्थि ) सबसे बड़ी और लम्बी अस्थि है। त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है।
505 लैक्टिक अम्ल के मांसपेशियों में जम जाने के कारण थकन महसूस होती है। लैक्टिक अम्ल बनने के कारण ही दूध फट जाता है, और उसमे खटास आ जाती है।
506 मानव आहार में मक्खन और घी जैसे संतृप्त वसा की मात्रा कम होनी चाहिए, क्योंकि संतृप्त वसा आसानी से कोलेस्ट्राल में बदल जाती है। इससे धमनी जाम, अधिक रक्तचाप एवं ह्रदय सम्बन्धी विकार उत्पन्न जाते है।
507 मलेरिया सिर्फ मादा एनाफिलिज मच्छर के काटने के कारण से नहीं होता है, बल्कि उसके आँतों में पल रहे परजीवी 'प्लाजमोडियम ' के कारण होता है। मच्छर तो केवल वाहक है।
508 मानव शरीर की सबसे मजबूत मांसपेशी 'जीभ' होती है, जबकि सबसे मजबूत अस्थि जांघ की अस्थि 'फीमर ' होती है।
509 मानव शरीर का सबसे कठोर पदार्थ दांत के ऊपर पाया जाने वाला 'एनामिल' होता है।
510 स्त्री के गर्भाशय का भार ( जिसने कभी संतान को जन्म न दिया हो ) ५० ग्राम होता है, तथा संतान को जन्म देने वाली स्त्री के गर्भाशय का भार बढ़कर १०० ग्राम हो जाता है।
511 मनुष्य के ह्रदय का सामान्य स्पंदन एक मिनट में ७२ बार होता है, हर एक स्पंदन में पहले आलिन्दो का संकुचन फिर निल्यों का संकुचन होता है। फिर दोनों का एक साथ शिथिलन होता है। और ह्रदय सामने धारणा के अनुसार 'धक्-धक् ' नहीं बल्कि "लप-डप " की ध्वनि करता है। यह एक प्रकार का पम्प है, जिसका कार्य रक्त को पुरे शरीर में पम्प करना है।
512 सामान्य अवस्था में श्वसन की दर 15 से 18 प्रति मिनट होती है, कठिन परिश्रम या व्यायाम के समय आक्सीजन की मांग बढ़ जाने के कारण श्वसन दर २० से २५ गुना बढ़ जाती है।
513 सामान्यतः हम श्वसन का अर्थ साँस लेना या साँस छोड़ना लगते है, लेकिन इसे श्वासोच्छ्वास (breathing ) कहा जाता है। श्वसन का अर्थ कार्बोहाईद्रेट्स (भोजन ) का आक्सीकरण या पाचन होता है।
514 'एड्रीनलीन हार्मोन' संकट, क्रोध, आवेश आदि के समय हमारे शरीर को अधिकतम कुशलता से कार्य करने के लिए तैयार करता है । इसे "लड़ो या मरो " हार्मोन भी कहते है।
515 शहद का प्रमुख घटक फ्रक्टोस है।
516 विटामिन डी को हार्मोन भी माना जाता है।
517 स्टार्च और सेल्यूलोज दोनों का उद्भव वानस्पति से होता है एवं दोनों बहुलक है एवं दोनों ग्लूकोज अणु से निर्मित हैं।
518 ऐल्फा –किरेटिन एक प्रोटीन है जो त्वचा में उपस्थित रहता है।
519 भैंस के दूध में औसत वसा की मात्रा 7.2 प्रतिशत होती है।
520 कार्बन, हाइड्रोजन, आक्सीजन एवं नाइट्रोजन तत्व सभी प्रोटीन में पाये जाते है।
521 केरोटीन एक विटामिन पेप्सिन एक एन्जाइम है, प्रोजेस्ट्रान एक हार्मोन है, केरेटिन एक प्रोटीन है।
522 बोतल का दूध पीने वाले बच्चों की तुलना में माँ का दूध पीने वाले बच्चे कम मोटे होते है उनमें रोगों का प्रतिरोध करने की क्षमता अधिक होती है उन्हे विटामिन और प्रोटीन अधिक मिलती है।
523 दूध को पचाने के लिए आवश्यक एन्जाइम रेनिन और लैक्टेस मानव शरीर में आठ वर्ष की आयु में लुप्त हो जाते है।
524 प्राणियों में यकृत रक्त शर्करा को तत्काल अवशोषित कर लेता है।
525 ऊट अपने कूबड का उपयोग वसा के संग्रह के लिए करता है।
526 थाइमिन विटमिन बी1 को कहा जाता है।
527 विटामिन बी-12 का सबसे अच्छा स्त्रोत बकरी का यकृत एवं स्पाइरूलिना है।
528 आयोडिन एक ऐसा तत्व है जो जन्तुओं के लिए जरूरी होता है।परन्तु पादपों के लिए नही ।
529 विटामिन सी एक अस्थायी विटामिन है जो पकाते समय तथा भण्डारण के समय आसानी से नष्ट हो जाता है।
530 मानव शरीर में विटामिन ए यकृत में संचित रहता है।
531 एन्जाइम मूलतः प्रोटीन है।
532 हदय की धडकन नियन्त्रित करने के लिए आवश्यक खनिज पोटैशियम है।
533 मानव शरीर में पाचन का अधिकांश भाग छोटी आंत में सम्पन्न होता है।
534 शरीर में ऊतकों का निर्माण प्रोटीन से होता है।
535 मानव शरीर का फेंफडा भाग शरीर के ताप को नियनित्रत रखता है।
536 पालक के पत्तों में सर्वाधिक आयरन होता है।
537 नाखून काटते समय दर्द नही होता क्योकि नाखून में मृतकोशिकाओं के द्रव्य द्वारा बने होते है, जिनमें रक्त संचरण नही होता है।
538 शरीर में कार्बोहाइड्रेटस का संग्रह ग्लाइकोजन के रूप में होता है।
539 पनीर मानव शरीर में नये ऊतकेा की वृध्दि के लिये पोशक तत्व प्रदान करता है।
540 कार्बन सभी जैविक यौगिक का अनिवार्य मूल तत्व है।
541 मानव शरीर में पाचन की कि्रया में प्रतिलवण का कार्य वसा का इमल्सन बनाना तथा उसके अवशोषण को सुगम बनाना है।
542 ग्लाइसिन एक अमीनों अम्ल है हमारे शरीर का अधिकतम भार जल का है।
543 दूध के खराब होने का कारण लैक्टोबेसीलस होता है।
544 शरीर के एन्जाइम बहुत आवश्यक होते है क्योकि एन्जाइम जीव रसायनिक क्रिया के उत्प्रेरक है
545 सोयाबीन में प्रोटीन की मात्रा सर्वाधिक होती है।
546 फलों में शर्करा लवण प्रचुर मात्रा में होते है। लेकिन प्रोटीन अल्प मात्रा में होता है।
547 दालों में प्रोटीन और विटामिन प्रचुर मात्रा में होते है। लेकिन कार्बोहाइड्रेट अल्प मात्रा में होते हैै।
548 मानव शरीर में रूधिर के स्कन्दन में कैल्सियम की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
549 हमारे शरीर में त्वचा तल के नीचे विधमान शरीर की ऊश्मा का क्षय के विरूद अवरोधक का काम करती है
550 कैल्सियम विटामिन बी12 रूधिर का थक्का जमाने के लिए आवश्यक है।
551 यकृत पित्त का स्त्रवण करता है जो वसा के पाचन में मदद करता है। यह ग्लाइकोजीन के लिए संचायक अंग का कार्य भी करता है।
552 शरीर के रोग प्रतिरोधन में लिम्फायड ऊतक का बडा महत्व है, टोनिसल्स एवं वर्मीफार्म एपेनिडक्स लिम्फायड ऊतक है।
553 माँसपेसियों के संकुचन के लिए ऊर्जा प्रोटीन के दहन से प्राप्त होती है।
554 विटामिन डी का निर्माण हमारे षरीर में बहुत तेजी से होता है।
555 एस्कार्बिक अम्ल(विटामिन सी), फोलिक अम्ल(विटामिन बी6), निकोटिन अम्ल(विटामिन बी5), पैन्टोथेनिक अम्ल(विटामिन बी3) सभी विटामिनस है।
556 दूध में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के अतिरिक्त कैल्सियम और पोटैसियम सम्मलित होते है।
557 केराटिन की उपस्थिति के कारण गाय के दूध का रंग पीला होता है।
558 मछली के यकृत तेल में विटामिन डी की प्रचुर मात्रा होती है।
559 विटामिन ऊर्जा प्रदान नही करता है।
560 अपोहन का प्रयोग गुर्दे की क्रिया को पूरा करने के लिए होता है।
561 नानबार्इ की भटटी में डबल रोटी बनाते समय डबल रोटी को नरम और स्पंजी बनाने के लिए खमीर(यीस्ट) मिलाया जाता है। खमीर में कार्बनडार्इ आक्साइड गैस होती है जो रोटी को मुलायम और स्पंजी बनाता है।
562 मानव शरीर में डीहाइड्रेशन, जल की कमी के कारण होता है।
563 एन्जाइम, अभिक्रियों की दर में वृद्धि अभिक्रिया की सक्रिय ऊर्जा को घटाकर करते है।
564 नमकीन क्षेत्र में होने वाली वनस्पतियों को हैलोफाइट कहते हैंं।
565 पारिस्थितिकी तन्त्र की खाध श्रंखला का सही अनुक्रम पादप-शाकाहारी-मांसाहारी-अपघटक है।
566 पौधे का पत्ती वाला भाग श्वसन करता है
567 केला और नारियल एकबीजपत्री फल हैं।
568 सिनकोना पौधे के तने की छाल से कुनैन प्राप्त की जाती है।
569 बीज के अंकुरण में महत्वपूर्ण कारणों में प्रमुखतः हवा नमी एवं उपयुक्त ताप होते है। सूर्य का प्रकाश नही होता है।
570 यीस्ट और मशरूम फफूँद (फंजार्इ) होते हैं।
571 कीटों के वैज्ञानिक अध्ययन को एन्टोमोलाजी कहते हैंं।
572 फल विज्ञान के अध्ययन को पोमोलाजी कहते हैंं।
573 पुष्प विज्ञान के अध्ययन को फ्लोरीकल्चर कहते हैंं।
574 सब्जी विज्ञान के अध्ययन को ओलेरीकल्चर कहते हैं।
575 आँख का वह भाग जिसमें वर्णांक होल होता है तथा जो किसी व्यकित की आँखों का रंग निशिचत करता है उसे आइरिस भाग कहते हैं।
576 अमोनिया को नाइट्रेट में बदलने में नाइट्रोसोमोनास भूमिका निभाता है।
577 जीनोम चित्रण का सम्बन्ध जीन्स के चित्रण से है।
578 पंतगा बारूदी सुरंगो का पता लगाने में उपयोगी होते है।
579 एजोला नीलहरित शैवाल एवं एल्फाल्फा जैव उर्वरक के रूप प्रयोग होते है।
580 गिरगिट एक आँख से आगे की ओर तथा उसी समय दूसरी आँख से पीछे की ओर देख सकता है।
581 कृषि की वह शाखा जो पालतु पशुओं के चारे आश्रय, स्वास्थ्य तथा प्रजनन से सम्बधित होती है उसे पशुपालन (एनीमलहस्बेन्ड्री) कहते हैं।
582 जेरेन्टोलाजी वृद्व अवस्था के अध्ययन को कहा जाता है।
583 जनसंख्या एवं मानव जाति के महत्वपूर्ण आंकडो के अध्ययन को जनांकिकी कहते हैं।
584 एक जलीय पौधे को हाइड्रोफाइट कहते हैं।
585 हरे फलों को कृत्रिम रूप से पकाने हेतु एसीटिलीन गैस का प्रयोग करते हैं।
586 प्रकाश संष्लेशण की कि्रया में प्रकाश ऊर्जा , रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है।
587 .वृक्ष की आयु का वर्शो में निर्धारण उसमें उपस्थित वार्शिक वलयों की संख्या के आधार पर किया जाता है।
588 सिरकोना की छाल से प्राप्त औषधि को मलेरिया के उपचार के लिए प्रयोग किया जाता है। जिस कृत्रिम औषधि ने इस प्राकृतिक औषधि के प्रतिस्थापित किया वह क्लोरोकिवन है।
589 मृदा को नाइट्रोजन से भरपूर करने वाली फसल मटर की फसल है।
590 यदि जल का प्रदूषण वर्तमान गति से होता रहा तो अन्ततः जल पादपों के लिए आक्सीजन के अणु अप्राप्य हो जायेगें।
591 घोंसला बनाने वाला एक मात्र सर्प नागराज (किंग कोबरा) है।
592 नदियाें में जल प्रदूषण की माप आक्सीजन की घुली हुर्इ मात्रा से की जाती है।
593 शिशु का पित्रत्व स्थापित करने के लिए डीएनए फिंगर प्रिंटिग तकनीक का प्रयोग किया जा सकता हैं।
594 भारतीय किसान टर्मिनेट बीज प्रौधोगिकी के प्रवेश से असंतुष्ट है क्योकि इस प्रौधोगिकी से उत्पादित बीजों से अंकुरणक्षम बीज बनाने में असमर्थ पौधों के उगने की सम्भावना होती है।
595 मछली के मांस में बहुअसंतृप्त वसा अम्ल होते है इसलिए इसका उपभोग अन्य पशुओं के मांस की तुलना में स्वास्थ्यकर माना जाता है।
596 जीवाणु , सूक्ष्म शैवाल और कवक उधोगों में सर्वाधिक व्यापक रूप से उपयोग में आता है।
597 प्याज की खेती पौध का प्रतिरापण करके की जाती है।
598 आक्टोपस एक मृदुकवची (मोल्यूज) है।
599 इफेडि्रन एक औषधि है जिसका उपयोग अस्थमा रोग में होता है इसे जिम्नोस्पर्म से निकाला जाता है।
600 चावल की फसल के लिए नीलहरित शैवाल अच्छे जैव उर्वरक का कार्य करता है।
601 रेशम का किडा अपने जीवन चक्र के कोषित चरण में वाणिजियक तन्तु पैदा करता है।
602 रक्त ग्लूकोज स्तर सामान्यतः भाग प्रतिमिलियन में व्यक्त किया जाता है।
603 लम्बे समय तक कठोर शारीरिक कार्य के पश्चात मांसपेसियों में थकान अनुभव होने का कारण ग्लूकोज का अवक्षय होना है।
604 नीम के वृक्ष ने जैव उर्वरक , जैव किटनाषी एवं प्रजननरोधी यौगिक स्त्रोत के रूप में महत्व प्राप्त कर लिया है।
605 नियासीन (बी5), राइबोफ्लेविन(बी2), थायमीन(बी1) एवं पिरीडाक्सीन सभी विटामिन जल में विलेय है।
606 उदर के लगा हुआ मानव आंत का लघु ऊपरी भाग गृहणी (डयूओडिनम) कहलाता है।
607 लोहा एन्जाइम्स को सक्रिय करता है, मैगिनशियम वसा का संष्लेशण करती है, क्लोरीन प्रकाश संष्लेशण में इलेक्ट्रानो का स्थानान्तरण करती है, नाइट्रोजन प्रोटीन का संष्लेशण करती है।
608 सर्वप्रथम हार्वे ने रक्त परिसंचरण का सिद्धांत प्रतिपादित किया था उसके बाद डार्विन का विकास सिध्दांत प्रतिपादित हुआ था उसके बाद मेंण्डल का वंशागति का नियम प्रतिपादित हुआ था एवं तत्पश्चात डी ब्रीज का उत्परिवर्तन का सिध्दांत प्रतिपादित हुआ।
609 एक वयस्क मनुष्य के प्रत्येक जबडे में 16 दाँत पाये जाते है प्रत्येक जबडें मे दाँतो का विन्यास – एक कैनाइन, दो प्रीमोलर, दो इन्सीजर एवं तीन मोलर होता है।
610 डार्विन का सिद्वान्त ‘आरिजिन आफ स्पीषीज’ की व्याख्या का सही अनुक्रम अतिउत्पादन – विभिन्नताएें- अस्तित्व के लिए संघर्श – योग्यतम की उत्तरजीविता हैै।
611 यदि किसी द्विबीजपत्री जड को तिरछी दिशा में काटे , तो उसकी आन्तरिक संरचना में बाहर से अन्दर की ओर जो भी भाग पाये जाते है अन्दर की ओर पाये जाने वाले भाग क्रमशः इपिडर्मिस – कार्टेक्स – पेरीसाइकिल – वेस्कुल बण्डल होता है।
612 मनुष्य को विटामिन्स की जरूरत क्रमषः विटामिन के – विटामिन र्इ – विटामिन डी – विटामिन ए आरोही क्रम में होती है
613 ऊँट का औसत जीवन काल 30 वर्श , बिल्ली का औसत जीवन वर्ष 21 वर्ष , गाय का 16 वर्ष , घोडे का 62 वर्ष होता है
614 इण्डोल ऐसीटिक अम्ल ऑक्सीन होता है।
615 एडि्रनल ग्रनिथ को आपातकालीन ग्रन्थि भी कहते हैं।
616 सोमेटोट्रोफिक हार्मोन पीयूष ग्रन्थि द्वारा स्त्रावित होते है।
617 टेस्टोस्टीरोन हार्मोन वृषण ग्रन्थि द्वारा स्त्रावित होता है
618 एस्ट्रोजन हार्मोन डिम्ब ग्रन्थि द्वारा स्त्रावित होता है।
619 थायराक्सीन ग्रन्थि थायराइड ग्रनिथ द्वारा स्त्रावित होता है।
620 मानव भ्रूण हदय अपने परिवर्धन के चतुर्थ सप्ताह में स्पन्दन करने लगता है।
621 परखनली शिशु का परिवर्धन परखनली के अन्दर ही होता है।
622 खुजलाने से खाज मिटती है।क्योकि इससे कुछ तनित्रकाऐं उददीप्त होती है जो मष्तिश्क को प्रतिहिस्टामिनी रसायनों का उत्पादन बढाने का निर्देष देती है।
623 मनुष्य के आँख में प्रकाश तरंगें अक्ष पटल पर स्नायु उद्वेगों में परिवर्तित होती है।
624 जन्तु विज्ञान में जीवित व मृत जानवारों का अध्ययन करते हैं।
625 दृशिट पटल (रेटिना) पर जो चित्र बनता है वह वस्तु से छोटा व उल्टा होता है।
626 मनुष्य आद्र्रता व गर्मी में परेशानी महसूस करता है। इसका कारण है। कि पसीना आद्रर्ता के कारण वाष्पित नही होता हैं।
627 पोलियों का टीका सबसे पहले जान साल्क ने तैयार किया था
628 अस्थियों का अध्ययन विज्ञान आसिटयोलाजी शाखा के अन्तर्गत किया जाता है।
629 जीन अणुओं की सरंचना को सबसे पहले डा जेम्स वाटसन और डा फ्रानिसस कि्र्रक द्वारा रेखांकित किया गया था
630 मनुष्य के शरीर में पसलियों के 12 जोडे होते है
631 ऊतक संर्वधन पौशक घोल में सूक्ष्म पादप अंशो को विकसित करना हे
632 मनुष्य के मष्तिशक के जिस भाग में स्मृति रहती है उसे प्रमसितश्क प्रान्तस्था (कार्टेक्स) कहते हैं।
633 मानव प्रतिरक्षा हीनता विषाणु (एच0आर्इ0वी0) एक जीवधारी है क्योकि यह स्वतः प्रजनन कर सकता है।
634 विकास का सिध्दांत चाल्र्स डार्विन द्वारा प्रतिपादित किया गया था
635 मानव शरीर में सबसे लम्बी हडडी ऊरू (जाघ) की होती है।
636 जैव विकास के सन्दर्भ में साँपों में अंगों का उपयोग तथा अनुपयोग किये जाने से अंगो के लोप होने को स्पष्ट किया जाता है।
637 क्लोन अलैगिंक विधि से उत्पन्न किया जाता है।
638 श्वसन क्रिया में वायु के नाइट्रोजन घटक की मात्रा में कोर्इ परिवर्तन नही होता है।
639 डायनासोर मेसोजोइक – सरीसृप प्रजाति में आते थे।
640 जीव समुदाय द्वारा सौर ऊर्जा का सर्वाधिक उपयोग किया जाता है।
641 नेत्रदान में दाता की आँख का कार्निया नाम भाग उपयोग में लाया जाता है।
642 सील स्तनपायी जाती है।
643 एजोला को जैव ऊर्वरक के रूप में प्रयोग किया जाता है।
644 मानव शरीर में प्रेालैकिटन हार्मोन का निर्माण अण्डाश्य में होता है।
645 ऐसे अंग जो विभिन्न कार्यो में उपयोग होने के कारण काफी एसमान हो सकते है। लेकिन उनकी मूल संरचना एवं भ्रूणीय प्रकि्रया में समानता होती है। समजात अंग कहलाते है।
646 भोजन के लिए विभिन्न जीव एक दूसरे पर आश्रित रहते है। इस प्रकार एक श्रृंखला का निमार्ण होता है इस श्रृंखला के प्रारम्भ में हरे पौधे होते है।
647 केंचुए के कोर्इ नेत्र नही होता है
648 अमीबियेसिस से आमातिसार रोग होता है।
649 हमारे शरीर की मस्तिष्क कोशिकाओं में सबसे कम पुनर्योजी शकित होती है।
650 हमारे छोडी हुयी सांस की हवा में कार्बनडार्इ आक्साइड की मात्रा 4 प्रतिशत होती हैै।
651 शुतुरमुर्ग आकार में सबसे बडा पक्षी होता है।
652 एडस वायरस एक सूची आर0एन0ए0 होता है।
653 पात्र निषेचन और फिर गर्भाशय में प्रतिराशण करने के बाद उत्पन्न शिशु को टेस्ट टयूब बेवी कहते हैं।
654 सर्वाधिक प्रकाश संश्लेशित क्रियाकलाप प्रकाश के नीले व लाल क्षेत्र में चलता है।
655 प्रकाश संश्लेषण के दौरान पैदा होने वाली आक्सीजन का स्त्रोत जल होता है।
656 किसी वृक्षो के अधिकतम हानि उसकी छाल का नाश करके पहुचती है।
657 पक्षियों में प्रायः एक ही वृषण होता है।
658 एल्फल्फा एक प्रकार की घास का नाम है।
659 वायुगुहिका की उपस्थिति जल पादप के अनुकूलन होती है।
660 प्रकाश संश्लेषण केवल दृश्य वर्णो में ही होता है। प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया में जल, प्रकाष, क्लोरोफिल तथा कार्बनडाइआक्साइड की उपस्थिति में कार्बोहाइड्रेट का निर्माण होता है।
661 प्रोटोजोआ वर्ग के जीव जल्दी प्रजनन करते हैं।
662 मरूस्थलीय क्षेत्र में उगने वाली वनस्पतियों को जीरोफाइट कहते हैं।
663 अधिक आर्द्रता वाले क्षेत्रों या दलदली क्षेत्र की वनस्पतियां हाइग्रोफाइट के अन्तर्गत आती हैं।
664 दाद कवक से फैलता है।
665 पोलियो वायरस से फैलता है।
666 तपेदीक जीवाणु से फैलता है।
667 छिछले हैडपम्प से पानी पीने वाले लोगों को हैजा, टायफायड, एवं कामला रोग होने की सम्भावना होती है। प्लूओरोसिस नही होता है।
668 हीमोफीलीया एक आनुवांशिक विकार है जो रक्त के स्पन्दन में कमी करता है।
669 मलेरिया प्रोटोजोआ मादा एनाफ्लीज से फैलता है। मलेरिया से तिल्ली एवं आर0बी0सी0 प्रभावित होती है।
670 फाइलेरिया से लसीका पर्व प्रभावित होती है, मस्तिष्क शोथ (ल्यूकीमिया) से मस्तिष्क प्रभावित होता है।
671 श्वेतरक्ता (ऐनिसफेलाइटिस)से अस्थिमज्जा प्रभावित होता है।
672 रक्त में शर्करा का उच्चस्तर एवं रक्त में इन्सुलिन की निम्न मात्रा मधुमेह से सम्बधित ऐसे लक्षण है। जो प्रोढो का सामान्य रोग है।
673 विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार आज के समय में सर्वाधिक लोगो के प्राण यक्ष्मा (टी0बी0) रोग से जाते है।
674 हदय धात के प्रमुख कारण क्रमशः है – तन्तुऊतक के चकते एवं कोलेस्ट्राल का बढ जाना , हदय धमनियों में रक्त के थक्के का पहुचना, वाहिका के आन्तरिक द्वारा का संर्कीण हो जाता , रक्त और आक्सीजन की अपर्याप्त पूर्ति ।
675 हीमोफीलीया एक आनुवांशिक रोग है जिसका वहन स्त्रीयां करती है परन्तु प्रकृट पुरूषों में होता है।
676 असुरक्षित पेयजल एवं बुरी सफार्इ व्यवस्था द्वारा विकासित देशों में उत्पन्न तीन संचरणीय रोग मलेरिया, तीव्रप्रवाहिका तथा शिस्टोसोमियासिस है।
677 निमोेनिया फेफडों को प्रभावित करता है।
678 पोलियो का वायरस शरीर में प्रवेश दूषित भोजन तथा जल से करता है।
679 रियो वायरस एक ऐसा रोगाणु जो सामान्य जुकाम के लिए उत्तरदायी है
680 सूक्ष्म जीवाणुओं को सयुक्त सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखा जा सकता है।
681 टि्रपल ऐण्टीजन (डी0पी0टी0) एक बच्चे केा डिफ्थीरिया, कुकुरखासी एवं टिटनेस को रोकने हेतु दी जाती है ।
682 ब्रेन की बीमारी को र्इ0र्इ0जी0 से पहचाना जाता है।
683 डी0सी0जी0 का टीका टी0बी0 की रोक थाम के लिए लगाया जाता है।
684 प्लेग पीस्सुओं के काटने से फैलता है।
685 फाइलेरिया मच्छरों से होता है।
686 बेरीबेरी बिटामिन बी0 की कमी से होता है।
687 टायफायड आंतों केा प्रभावित करता है।
688 मिर्गी सांसर्गिक रोग होता है।
689 आंत्र ज्वर जलवाहित होता है।
690 गलसुआ(मम्प्स) आनुवांशिक रोग है।
691 विटामिन ए की कमी से रतौंधी होता है।
692 बी1 की कमी से बेरीबेरी होता है।
693 विटामिन सी की कमी से स्कर्वी होता है।
694 विटामिन डी की कमी से रिकेटस बच्चो में तथा ओसिटयो मलेशिया वयस्को में होता है।
695 एडवर्ड जेनर ने चेचक रोग के टीके की खोज की थी।
696 जीवाणु तथा विषाणु के कारणवष संक्रामक रोग होते है।
697 पशुओं का फुट एण्ड माउथ रोग जीवाणु के कारण हेाते है।
698 खसरा रोग को एण्टीबायोटिक्स द्वारा ठीक नही किया जा सकता है।
699 अल्जाइमर रोग में मानव शरीर का मस्तिष्क प्रभावित होता है।
700 इंसुलिन की कमी से मधुमेह रोग होता है।
701 निद्रा रोग नामक बीमारी टि्रपनोसोमा एक कोशिकीय जीव से होती है।
702 निद्रा रोग फैलाने वाली मक्खी को सी सी मक्खी कहा जाता है
703 फाइलेरिया , कालाजार, स्लीपिंग सिकनेस, पीला बुखार सभी प्रेाटोजोआ (कीट) द्वारा फैलता है।
704 जोडों में दर्द का एक कारण विटामिन सी की कमी होना है।
705 भोजन में विटामिन डी की अधिकता से उच्च कैलिसयम अवशोषण बढ जाता है।
706 एड्स एक्वायर्ड इम्यून डेफीषियन्सी सिन्ड्रोम वायरस के कारण होता है।
707 शिशुओं में सूखा रोग विटामिन डी की कमी से होता है।
708 पीलिया रोग यकृत को प्रभावित करता है।
709 डाउन सिन्ड्रोम नामक बीमारी में गुणसूत्रों की संख्या 21 हेाती है।
710 टायफाइड, हैजा एवं पेचिस रोग गृह मक्खी के द्वारा फैलाये जाते है।
711 फाइलेरियेसिस रोग क्यूलेक्स के द्वारा फैलाया जाता है।
712 मानव मलेरिया परजीवी के जीवन चक्र को ऐनाफ्लीज में सर्वप्रथम सैली ने खोजा था ।
713 डिफ्थीरिया रोग का प्रमुख लक्षण दम घुटना है इस रोग का सम्बंध कण्ठ से है।
714 इनफ्लूएंजा विषाणु द्वारा फैलता है।
715 जोडों का दर्द होने का कारण एक या अनेक सन्धियों में सूजन होना है।
716 केंसर ऊतको की अनियनित्रत वृद्धि के कारण होता है।
717 पेचित, एण्टअमीबा(परजीवी) नामक द्वारा फैलाया जाता है।
718 बी0सी0जी0 का अर्थ है बैसिलस कैलेमिटी गुएरिंन है।
719 मनुष्य में लिंग सहलग्न लक्षणों की वंशानुगति मुख्यतः एक्स गुणसूत्र से होती है।
720 कुत्ते के काटने पर विषाणुओं के द्वारा हाइड्रोफोबिया रोग उत्पन्न होता है।
721 सूक्ष्म जीवों की वृद्धि को नियनित्रत करने के लिए एल्कोहल का उपयोग किया जाता है।
722 मानव में गुर्दे का रोग कैडमियम के प्रदुषण से होता है।
723 फ्लोरीन का सम्बन्ध दातों की विकृति के साथ है।
724 कुछ वायरस में आर0एन0ए0 होता है परन्तु डी0एन0ए0 नही इससे पता चलता है कि आर0एन0ए0 आनुवांशिकी जानकारी को वायरस में सम्प्रेषित करती है।
725 एक वर्णान्ध पुरूष का विवाह एक सामान्य स्त्री से होता है। जिसके माता पिता की दृशिट भी सामान्य थी उनके बच्चों की वर्णान्ध होने की सम्भावना 50 प्रतिशत हेागी यह एक वंशानुगत रोग है इस रोग में रोगी को हरे एवं लाल रंग की पहचान करने की क्षमता नही होती है।
726 DNA गुणसूत्रों मे पाया जाता है।
727 कैंसर ऐसा रोग है जिसमे कोशिकाओं का अनियंत्रित विभाजन होता है।
728 कार्बोहाइड्रेट के बाद हमारे आहार में ऊर्जा का मुख्य स्रोत वसा है।
729 टायफाईड रोग पैदा की जाती है – साल्मोनेला टाइफी द्वारा।
730 बॅक्टेरिया की खोज किसने की ? – ल्यूवेन्हॉक ने।
731 रेफ्रिजरेटर खाद्य पदार्थों को खराब होने से बचाते हैं – क्योंकि इसके न्यून तापमान पर रोगाणुओं की वृद्धि रुक जाती है।
732 विटामिन B2 का अन्य नाम राइबोफ्लेविन है।
733 बेरी-बेरी रोग होता है — विटामिन B1 (थायमिन) की कमी के कारण।
734 तरबूज कौनसे मौसम मे उगाई जाती है ? – जायद (गर्मी)।
735 गठिया रोग का कारण है ? — जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टलों का इकट्ठा होना है।
736 जुकाम होता है — वायरल संक्रमण से।
737 मूत्र का असामान्य घटक है — एल्ब्युमिन।
738 RBC (लाल रक्त कणिका) का कब्रिस्तान कहा जाता है — प्लीहा (spleen) को।
739 तम्बाकू स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है — निकोटिन के कारण।
740 रूधिर वर्गों (रक्त समूह) की खोज की थी — लैंडस्टीनर ने।
741 रक्त परिसंचरण की खोज की थी — विलियम हार्वे ने
742 मधुमक्खी पालन को कहते है — एपिकल्चर
743 AIDS का फुलफॉर्म है — Acquired Immune Deficiency Syndrome
744 मानव रुधिर मे मौजूद शर्करा की अधिकतर मात्रा होती है — ग्लूकोज़ के रूप मे
745 जीभ में स्वाद क्षेत्र — मीठा – जीभ का अगला सिरा खट्टा – पार्श्व भाग नमकीन – किनारों पर कड़वा – जीभ का आखिरी सिरा
746 मानव हृदय में कक्षों की संख्या होती है — चार
747 यक्ष्मा (तपेदिक) होता है — ट्यूबरकुलेसिस बैसिलस जीवाणु (बैक्टीरिया) के कारण
748 शहद का मुख्य अवयव होता है — फ्रक्टोज़
749 रक्त में प्लाज्मा का आयतन 60% होता है।
750 पाश्चुरीकरण के द्वारा दूध को 71.7°C (161°F) पर 15 सेकंड तक गर्म करके जीवाणु रहित किया जाता है।
751 पहला सफल हृदय प्रत्यारोपण किया था — डॉ सी एन बर्नार्ड (Christiaan Neethling Barnard) ने।
752 पीलिया (jaundice) बीमारी है — यकृत (liver) की।
753 भारत के राष्ट्रीय पशु बाघ का वैज्ञानिक नाम है — पेंथेरा टाइग्रिस (Panthera tigris) है।
754 राष्ट्रीय पक्षी मोर का वैज्ञानिक नाम है — Pavo cristatus है।
755 ECG दर्शाता है — हृदय की गतिविधि को।
756 मानव शरीर में सबसे ज्यादा मात्रा में पाये जाने वाला तत्व है — ऑक्सीजन।
757 पेचिश का करण होता है — एंटअमीबा हिस्टोलिटिका।
758 अनुवांशिकता का नियम — ग्रेगर मेंडल द्वारा दिया गया।
759 नवजात शिशुओं को DPT का टीका लगाया जाता है — कुकुर खांसी, टिटेनस और डिप्थीरिया से बचाने के लिए।
760 आयोडीन युक्त नमक लाभदायक है — थाइरोइड ग्रंथि के लिए।
761 चमगादड़ पराश्रव्यध्वनि (ultrasound) सुन सकता है इसी कारण रात में आसानी से उड़ता है।
762 विटामिन D की कमी से बच्चों में रोग होता है — सूखा रोग (रिकेट्स) हड्डियों का रोग।
763 कोशिका का पॉवर हॉउस कहलाता है — माइटोकॉन्ड्रिया।
764 वृक्क (kidney) की प्रकार्यात्मक ईकाई है — नेफ्रॉन है।
765 योग्यतम की उत्तरजीविता (survival of the fittest) का सिद्धांत प्रतिपादित किया है — चार्ल्स डार्विन ने।
766 डेंगू ज्वर का कारण है — डेंगू वायरस है।
767 मानव त्वचा का रंग बनता है — मेलानिन से।
768 थैलासीमिया (thalassaemia) एक आनुवांशिक रोग है जो रुधिर को प्रभावित करता है।
769 खून में हीमोग्लोबिन द्वारा ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है।
770 रैबीज नामक रोग वायरस से होता है।
771 चमगादड़ एक स्तनधारी जीव है।
772 वर्णान्ध व्यक्ति लाल और हरे रंग में अंतर नहीं कर सकते।
773 विटामिन बी को रिबोफ्लोविन भी कहते हैं।
774 मलेरिया प्लाजमोडियम के कारण होता है।
775 मनुष्य के शरीर में दंतवलक (इनैमल) सबसे कठोर हिस्सा (हड्डी) होता है।
776 सेलुलोज कोशिकभित्ति का मुख्य घटक होता है।
777 डॉ क्रिश्चियन बर्नार्ड ने सबसे पहले ओपन हार्ट सर्जरी किया।
778 जैविक विकासवाद का सिद्धांत चार्ल्स डार्विन ने दिया।
779 चेचक की टीका एडवर्ड जेनर ने खोजा।
780 फीमर (जांघ) की हड्डी सबसे बड़ी हड्डी होती है।
781 हृदय शरीर का वह अंग है जो कभी आराम नहीं करता।
782 उत्तेजना के समय एड्रीनलीन हार्मोन अधिक मात्रा में उत्सर्जित होता है।
783 B ग्रुप का व्यक्ति B और AB वर्ग के व्यक्ति को रक्त दे सकता है।
784 इसी प्रकार A समूह का व्यक्ति A और AB समूह के व्यक्ति को रक्त दे सकता है।
785 पित्त यकृत (लीवर) द्वारा पैदा किया जाता है।
786 धूप में विटामिन D मानव शरीर में बनता है।
787 आंवला में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
788 हड्डी का प्रयोग फास्फोरस आपूर्ति के लिए उर्वरक के रूप में किया जाता है।
789 मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी स्टेपस (कान की हड्डी) है।
790 लार में टायलीन और माल्टोज एन्जाइम पाए जाते है।
791 जीवों में सबसे पहले भेड़ का क्लोन बनाया गया।
792 डॉली भेड़ पहली क्लोन जंतु थी जिसे रोजलिन इंस्टिट्यूट के इयान विल्मुट ने बनाया।
793 रागी नामक मोटा अनाज भोजन में कैल्शियम का अच्छा स्रोत है।
794 मछली में सबसे अधिक मात्रा में बहु-असंतृप्त वसा अम्ल पाया जाता है इसीलिए पशुओं की तुलना में मछली का मांस अधिक स्वास्थ्यकर माना जाता है।
795 मानव का पथरी (kidney stones) रासायनिक दृष्टि से कैल्शियम ओक्सलेट है।
796 पितृत्व ज्ञात करने के लिए DNA फिंगर प्रिंट तकनीक का प्रयोग किया जाता है।
797 त्वचा के नीचे वसा (चर्बी) की परत शरीर की ऊष्मा को क्षय होने से रोकती है।
798 खून में हीमोग्लोबिन द्वारा ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है।
799 रैबीज नामक रोग वायरस से होता है।
800 चमगादड़ एक स्तनधारी जीव है।
801 वर्णान्ध व्यक्ति लाल और हरे रंग में अंतर नहीं कर सकते।
802 विटामिन बी को रिबोफ्लोविन भी कहते हैं।
803 मलेरिया प्लाजमोडियम के कारण होता है।
804 मनुष्य के शरीर में दंतवलक (इनैमल) सबसे कठोर हिस्सा (हड्डी) होता है।
805 सेलुलोज कोशिकभित्ति का मुख्य घटक होता है।
806 डॉ क्रिश्चियन बर्नार्ड ने सबसे पहले ओपन हार्ट सर्जरी किया।
807 जैविक विकासवाद का सिद्धांत चार्ल्स डार्विन ने दिया।
808 चेचक की टीका एडवर्ड जेनर ने खोजा।
809 फीमर (जांघ) की हड्डी सबसे बड़ी हड्डी होती है।
810 हृदय शरीर का वह अंग है जो कभी आराम नहीं करता।
811 उत्तेजना के समय एड्रीनलीन हार्मोन अधिक मात्रा में उत्सर्जित होता है।
812 B ग्रुप का व्यक्ति B और AB वर्ग के व्यक्ति को रक्त दे सकता है।
813 इसी प्रकार A समूह का व्यक्ति A और AB समूह के व्यक्ति को रक्त दे सकता है।
814 पित्त यकृत (लीवर) द्वारा पैदा किया जाता है।
815 धूप में विटामिन D मानव शरीर में बनता है।
816 आंवला में विटामिन C प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
817 हड्डी का प्रयोग फास्फोरस आपूर्ति के लिए उर्वरक के रूप में किया जाता है।
818 मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी स्टेपस (कान की हड्डी) है।
819 लार में टायलीन और माल्टोज एन्जाइम पाए जाते है।
820 जीवों में सबसे पहले भेड़ का क्लोन बनाया गया।
821 डॉली भेड़ पहली क्लोन जंतु थी जिसे रोजलिन इंस्टिट्यूट के इयान विल्मुट ने बनाया।
822 रागी नामक मोटा अनाज भोजन में कैल्शियम का अच्छा स्रोत है।
823 मछली में सबसे अधिक मात्रा में बहु-असंतृप्त वसा अम्ल पाया जाता है इसीलिए पशुओं की तुलना में मछली का मांस अधिक स्वास्थ्यकर माना जाता है।
824 मानव का पथरी (kidney stones) रासायनिक दृष्टि से कैल्शियम ओक्सलेट है।
825 पितृत्व ज्ञात करने के लिए DNA फिंगर प्रिंट तकनीक का प्रयोग किया जाता है।
826 त्वचा के नीचे वसा (चर्बी) की परत शरीर की ऊष्मा को क्षय होने से रोकती है।
827 AB रक्त समूह वाला व्यक्ति सार्वभौम ग्राही है।
828 O रक्त समूह वाला व्यक्ति सभी रक्त समूह वालों को रक्तदान कर सकता है (सार्वभौमिक दाता)।
829 दूध में विटामिन C नहीं रहता।
830 दाद (रिंगवर्म ) कवक (फंगस) से होती है।
831 रक्तपरिसंचरण की खोज विलियम हार्वे ने की।
832 जन्म के बाद मानव के तंत्रिका (नर्वस) उतक (टिश्यू) में कोशिका विभाजन नहीं होता।
833 कार्बोहाइड्रेट शरीर में ग्लाइकोजन के रूप में यकृत (लीवर) में संचित रहता है।
834 पीयूष ग्रंथि को मास्टर ग्रंथि कहते है।
835 आयोडीन थाईरॉइड ग्रंथियों के काम को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है।
836 गर्भवती स्त्रियों में प्रायः आयरन और कैल्शियम की कमी हो जाती है।
837 टीनिया सोलियम (फीता कृमि) परजीवी सुवर और मानव की आंत में पाया जाता है।
838 मनुष्य का हृदय प्रति मिनट लगभग 72 बार धड़कता है।
839 श्वेत रक्तकण रोगों से शरीर की रक्षा करता है।
840 तंत्रिका कोशिका (न्यूरोन सेल) सबसे लम्बी कोशिका है।
841 आयोडीन की कमी से घेंघा रोग होता है।
842 हैजा के जीवाणु (विब्रियो कॉलेरी) की खोज रॉबर्ट कोच ने की थी।
843 मानव-रक्त का pH मान 7.5 से 8 के बीच है।
844 हृदय को रक्त की आपूर्ति के अभाव के कारण दिल का दौरा पड़ता है।
845 आमतौर पर प्रयोग किये जाने वाला मसाला ‘लौंग’ पौधे के पुष्पकलि से प्राप्त होता है।
846 मानव जठर में प्रोटीन पाचन के लिए उत्तरदायी अनुकूलतम परिवेश अम्लीय है।
847 हाइपोथैलेमस ग्रंथि द्वारा मानव शरीर का तापमान नियंत्रण होता है।
848 व्यस्क मानव का सामान्य रक्त-चाप 120/80 mm of Hg (पारा के मिमी) होता है।
849 व्यस्क मानव के शरीर में औसतन 5 लीटर रक्त होता है।
850 शिशु का लिंग पिता के गुणसुत्री योगदान पर निर्भर करता है।
851 DNA का डबल हेलिक्स मॉडल क्रिक और वाटसन ने दिया।
852 कछुआ की जीवन अवधि सबसे लम्बी (लगभग 300 साल) होती है।
853 तारपीन का तेल चीड़ पेड़ से प्राप्त होता है।
854 मादा एनोफिलिज़ मच्छर के काटने से मलेरिया होता है।
855 मलेरिया की दवाई कुनैन सिनकोना नामक पेड़ की छाल से प्राप्त होती है।
856 पोलियो के ओरल वैक्सीन का विकास जोनास साल्क ने किया था।
857 हृदय और उसकी बिमारियों का अध्ययन कार्डियोलॉजी कहलाता है।
858 प्रोटीन शरीर की विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
859 सबसे बड़ा पक्षी शुतुरमुर्ग है।
860 रक्त में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा अधिक होने से जम्हाई आती है।
861 स्वेदन (पसीना आना) शरीर के ताप को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है।
862 गाजर, मछली का तेल और हरी सब्जियां विटामिन A का अच्छा स्रोत हैं।
863 नीबू कुल (साइट्रस) के फलों में विटामिन C पाया जाता है।
864 ऊतक संवर्धन (टिश्यू कल्चर) का उपयोग उद्यान कृषि की फसलों का विकास और प्रसार के लिए किया जाता है।
865 माइटोकांड्रिया ( Mitochondria ) को कोशिका का पावर हाउस कहते हैं।
866 राइबोसोम ( Ribosome ) को 'प्रोटीन की फैक्ट्री' कहा जाता है।
867 मानव शरीर में गुणसूत्रो की संख्या 46 ( 23 जोड़ा ) होती है।
868 चेचक का टीका की खोज एडवर्ड जैनर ने की थी।
869 स्वस्थ मनुष्य के शरीर के रक्त का पी. एच. मान 7.4 होता है।
870 लाल रक्त कणिकांए RBC का निर्माण अस्थिमज्जा में होता है।
871 हल्दी तथा आलू, तना का भूमिगत रूपांतरण हैं।
872 कोशिका की खोज अंग्रेज वैज्ञानिक राबर्ट हुक ने की थी।
873 नवजात बच्चों के शरीर में 300 हड्डियां होती है।
874 मानव शरीर की सबसे लंबी हड्डी को 'फीमर' कहते है ( जांघ की हड्डी )।
875 मनुष्य के शरीर की सबसे छोटी हड्डी 'स्टेप्स' है जो कान में होती है।
876 मनुष्य की छाती में दोनों तरफ 12-12 पसलियां होती है।
877 RBC लाल रक्त कण की कब्रगाह यकृत और प्लीहा को कहा जाता है।
878 रक्त का थक्का बनाने में विटामिन के (K) सहायक होता है।
879 रक्त समूह ( Blood Group ) एवं आर एच तत्व( RH Factor ) की खोज कार्ल लैंडस्टीनर ने की थी।
880 AB रक्त समूह में एण्टीबॅाडी नहीं पाई जाती है, इसलिए यह सर्वग्रहता कहलाता है।
881 O रक्त समूह में एणटीजन नहीं होता है यह सर्वदाता कहलाता है।
882 मनुष्य के हृदय का भार लगभग 300 ग्राम होता है।
883 स्वस्थ मनुष्य का हृदय एक मिनट में 72 बार धड़कता है।
884 स्वस्थ मनुष्य रक्त दाब 120/80 mmhg ( Systolic / diastolic ) होता है।
885 यूरोक्रोम की उपस्थिति के कारण मूत्र का रंग हल्का पीला होता हैं।
886 एलीसा प्रणाली ( ELISA Test ) से एड्स बीमारी के HIV वायरस का पता लगाया जाता है।
887 टिटनेस से शरीर का तंत्रिका तंत्र प्रवाहित होता है।
888 स्वस्थ मनुष्य के शरीर में रक्त का औसत 5-6 लीटर होता है।
889 मनुष्य के रक्त का शुद्धिकरण किडनी में होता है।
890 मानव शरीर की सबसे छोटी ग्रंथि पिट्यूटरी मस्तिष्क में होती है।
891 मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि यकृत होती है।
892 इन्सुलिन की खोज बैटिंग एवं वेस्ट ने कीथी।
893 वस्तु का प्रतिबिंब आँखों के रेटिना में बनता है।
894 नेत्रदान में आँख के कार्निया को दान किया जाता है।
895 सोयाबीन में सर्वाधिक प्रोटीन ( 42% ) पाया जाता है।
896 जल में घुलनशील विटामिन B एवं C है।
897 विटामिन सी C खट्टे फलों में पाया जाता है।
898 विटामिन सी की रासायनिक नाम 'स्कर्वीक एसिड' है।
899 जीव विज्ञान के जनक अरस्तू को कहा जाता है।
900 Biology (जीव विज्ञान) शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग लैमार्क एवं ट्रेविरेनस ने किया था।
901 वनस्पति विज्ञान के जनक थियोफ्रस्ट्स को कहा जाता है।
902 आधुनिक वर्गीकी ( Modern taxonomy ) के पिता लीनियस को कहा जाता है।
903 एडवर्ड जेनर ने चेचक के टीका की खोज की थी।
904 आम का वनस्पतिक नाम मेनजीफेरा इंडिका है।
905 कार्बन डाई आक्साइड गैस ग्रीन हाउस प्रभाव में सबसे ज्यादा योगदान करती है।
906 त्वचा का कैंसर सूर्य की पराबैंगनी किरणों से होता है।
907 तम्बाकू की पत्तियों में निकोटिन नामक पदार्थ पाया जाता है।
908 अनुवांशिकी के पिता ग्रेगर जॅान मेंडल को कहा जाता है।
909 हरगोविंद खुराना को नोबेल पुरस्कार जीन DNA से संबंधित खोज के लिए मिला था। (A) जीवाणु (B) विषाणु (C) परजीवी प्रोटोजोआ (D) फफूंद (उत्तर : B)
910 निम्नलिखित में से कौन-सा रोग संक्रामक है? (A) मधुमेह (B) डिप्थीरिय (C) गठिया (D) कैंसर (उत्तर : B)
911 ऊतकों की रचना के अध्ययन से सम्बद्ध विज्ञान कहलाता है– (A) साइटोलॉजी (B) मायोलॉजी (C) हिस्टोलॉजी (D) एनाटॉजी (उत्तर : C)
912 माँसपेशियों का अध्ययन करते हैं– (A) माइकोलॉजी में (B) मॉयोलॉजी में (C) मैस्टोलॉजी में (D) नेफ्रोलॉजी में (उत्तर : B)
913 स्टेथोस्कोप का आविष्कार किसने किया था? (A) जेनर ने (B) लेनेक ने (C) सेबीन ने (D) पाश्चर ने (उत्तर : B)
914 प्राकृतिक वरणवाद (Natural Selection) से विशेष संबंध था– (A) चार्ल्स डार्विन का (B) रॉबर्ट हुक का (C) डी ब्रीज का (D) लैमार्क का (उत्तर : A)
915 संवेदना का चालन शरीर के एक भाग से दूसरे भाग में किसके द्वारा होता है? (A) पेशीय ऊतक (B) एपिथीलियमी ऊतक (C) संयोजी ऊतक (D) तंत्रिका ऊतक (उत्तर : D)
916 लैक्राइमल ग्रन्थियाँ स्त्रावित करती हैं– (A) सेबम (B) म्यूकस (C) आँसू (D) पसीना (उत्तर : C)
917 जीन (Gene) अवस्थित होते हैं– (A) गुणसूत्रों में (B) माइटोकॉण्ड्रिया में (C) हरित लवकों में (D) राइबोसोम में (उत्तर : A)
918 DNA का डबल हेलिक्स मॉडल (Double Helix Model) किसने दिया? (A) ल्यूवेनहॉक (B) साल्क (C) वाटसन व क्रिक (D) डाल्टन (उत्तर : C)
919 समरूप अंग होते हैं– (A) रचना में समान (B) कार्य में समान (C) रचना व कार्य दोनों में समान (D) कार्य विहीन (उत्तर : B)
920 गोल कृमि या सूत्र कृमि को किस संघ के अन्तर्गत रखा गया है? (A) ऐनीलिडा (B) निमैथेल्मिन्थीज (C) प्लेटीहेल्मिन्थिज (D) ऑर्थोपोडा (उत्तर : B)
921 केंचुआ कृषकों का परम मित्र होता है, क्योंकि– (A) वायुमंडम में उपस्थित नाइट्रोजन का स्थिरीकरण करता है (B) जमीन को छिद्रयुक्त बनाकर मृदा में O2 का मात्रा को बढ़ाता है (C) कीटनाशक का कार्य करता है (D) कवक नाशक का कार्य करता है (उत्तर : B)
922 मच्छर में मलेरिया परजीवी का जीवन चक्र किसने खोजा? (A) लुइस पाश्चर ने (B) रोनाल्ड रॉस ने (C) चाल्र्स डार्विन ने (D) ग्रेगर मेण्डल ने (उत्तर : B)
923 निम्नलिखित में से किसकी कुसंक्रिया के कारण मानव शरीर में मिक्सोडीमा (Myxodema) होता है? (A) अधिवृक्क ग्रन्थि (B) अग्न्याशय ग्रन्थि (C) यकृत (D) अवटु ग्रन्थि (उत्तर : D)
924 इनमें से रक्त दाब का मापक यंत्र कौन-सा है? (A) स्फेरोमीटर (B) अनिमोमीटर (C) स्फिग्मोमेनोमीटर (D) एमीटर (उत्तर : C)
925 निषेचन की क्रिया कहाँ होती है? (A) गर्भाशय में (B) अण्डवाहिनी में (C) अंडग्रन्थि में (D) योनि मार्ग में (उत्तर : B)
926 प्रतिवर्ती क्रियाओं का नियंत्रण केन्द्र कहाँ पर है? (A) प्रमस्तिष्क में (B) अनुमस्तिष्क में (C) कशेरूक रज्जू में (D) तंत्रिका कोशिका में (उत्तर : C)
927 निम्नलिखित में से किस भारी धातु की विषाक्तता यकृत सिरोसिस पैदा करती है? (A) कॉपर (B) लेड (C) मर्करी (D) जिंक (उत्तर : A)
928 एवियन इन्फ्लूएन्जा (Bird Flu) विषाणु को निम्नलिखित से निरूपित किया जाता है– (A) NH51 (B) NH15 (C) NIH5 (D) H5N1 (उत्तर : D)
929 *प्रसिद्ध ग्रीक दार्शनिक अरस्तु को जीव विज्ञान एवं जंतु विज्ञान का जनक कहा जाता है |
930 *वनस्पति विज्ञान का जनक थियोफ्रेस्टस को कहा जाता है |
931 *चिकित्सा विज्ञान का जनक हिप्पोक्रेटस को कहते हैं |
932 *कैरोलस लीनियस को वर्गीकी का जनक कहा जाता है | इन्होने ने जीवों की द्विनाम पद्धति को प्रचलित किया | इस पद्धति के अनुसार प्रत्येक जीवधारी का नाम लैटिल भाषा के दो शब्दों से मिलकर बनता है, पहला शब्द वंश नाम तथा दूसरा शब्द जाति का कहलाता है | उदाहरण :
933 *लैमार्क द्वारा प्रस्तुत वर्गीकरण मे जीवों को केवल दो जगतों जंतु जगत एवं पादप जगत में विभाजित किया गया |
934 *संघ प्रोटोजोआ के जंतु सबसे सरल होते हैं, और इसे सृष्टि के प्रथम जंतु मानते हैं | इसका शरीर एक कोशकीय होता है |
935 *अमीबा एक अनिश्चित आकार वाला सूक्ष्म अकोशकीय प्राणी है |
936 *फीता कृमि या टीनिया मनुष्य की आंत मे पाया जाने वाला एक रोग जनक परजीवि है |
937 *केंचुआ एवं जोंक द्विलिंगी जंतु हैं |
938 *जंतुओं का सबसे बडा संघ ‘संघ आर्थोपोडा’ है |
939 *घोंघा, सीप, आदि का खोल कैल्शियम कार्बोनेट का बना होता है |
940 *घोंघा, आक्टोपस आदि के रक्त में हीमोग्लोविन अनुपस्थित होने के कारण रक्त रंगहीन होता है |
941 *सीपिया जैसे कुछ जंतु में हीमोसायनिन के कारण रक्त का रंग नीला होता है |
942 *आक्टोपस को शैतानी मछली के नाम से जाना जाता है |
943 *अमीबा प्रोटोजोआ संघ का जंतु है |
944 *पेचिश नामक रोग एण्ट अमीबा द्वारा फैलता है |
945 *हिप्पोकैम्पस को समुंद्री घोडा भी कहते हैं |
946 *समुंद्री घोडा मत्स्य वर्ग का जंतु है |
947 *मेंढक उभयचर है क्योंकि यह जल-स्थल चर जंतु है |
948 *मेंढक त्वचा से स्वसन करने वाला प्राणी है |
949 *जंतुओं के विकास का सही क्रम: मत्स्य-उभयचर-सरीसृप एवं पक्षी है |
950 *मानव यूथीरिया उपवर्ग का प्राणी है |
951 *कोशिका की खोज राबर्ट हुक ने की |
952 *राबर्ट ब्राउन ने कोशिका में केंद्रक की खोज की |
953 *कोशिका जीव की सबसे छोटी कार्यात्मक एवं संरचनात्मक इकाई होती है |
954 *सबसे लम्बी कोशिका तंत्रिका तंत्र की कोशिका है |
955 *सबसे बडी कोशिका शुतुर्मुर्ग के अण्डे की कोशिका है |
956 *कोशिका भित्ती केवल पादप कोशिका में पाया जाता है | यह सेलुलोज का बना होता है | यह कोशिका को निश्चित आकृति एवं आकार बनाए रखने में सहायक होता है |
957 *ऊर्जा युक्त कार्बनिक पदार्थों का आक्सीकरण माइटोकाण्ड्रिया मे होता है, जिसमे काफी मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है, इस लिए माइटोकाण्ड्रिया को कोशिका का शक्ति केंद्र कहते हैं
958 *रिक्तिका में एंथोसायनिन जैसे पदार्थ होते हैं जिसके कारण फूलों का रंग लाल, नीला, पीला आदि होता है |
959 *माइटोकाण्ड्रिया कोशिका के अंदर होने वाले आक्सी श्वसन का केंद्र है | यहां मुख्यत: कार्बोहाइड्रेट तथा वसा के आक्सीकरण द्वारा ऊर्जा उत्पन्न होती है | इसी कारण इसे कोशिका का ऊर्जा गृह कहते हैं |
960 *हरित लवक : यह हरे रंग का होता है क्योंकि इसके अंदर एक हरे रंग का पदार्थ पर्णहरित होता है जिसे क्लोरोफिल भी कहते हैं इसकी सहायता से पौधा प्रकाश संश्लेषण करता है और भोजन बनाता है | इसलिए हरित लवक को पादप कोशिका की रसोई कहते हैं
961 *पत्तियों का रंग पीला उसमें कैरोटिन के निर्माण होने के कारण होता है |
962 *अवर्णी लवक : यह रंगहीन लवक है | यह पौधै के उन भागों की कोशिकाओं में पाया जाता है जो सूर्य के प्रकाश से वंचित हैं | जैसे : जडों, भूमिगत तनों आदि में |यह भोज्य पदार्थों को संग्रह करने वाला लवक है |
963 *वर्णी लवक : ये रंगीन लवक होते हैं | जो प्राय: लाल, पीले एवं नारंगी रंग के होते हैं | ये पौधै के रंगीन भाग जैसे पुष्प आदि में पाये जाते हैं वर्णी लवक के उदाहरण : टमाटर मे लाइकोपेन, गाजर मे कैरोटीन, चुकंदर मे विटानीन |
964 *हरे टमाटर व मिर्चा पकने पर लाल हो जाते हैं, ऐसा क्लोरोप्लास्ट का क्रोमोप्लास्ट में परिवर्तन होने के कारण होता है |
965 *आलू का जो भाग मिट्टी की सतह पर होता है वह हरा हो जाता है, क्योंकि आलू मे उपस्थित ल्युकोप्लास्ट क्लोरोप्लास्ट मे परिवर्तित हो जाता है |
966 *क्लोरोप्लास्ट लवक केवल प्रकाश संश्लेषी पौधों में पाया जाता है |
967 *पर्णहरिम की परतें सूर्य के प्रकाश को अवशोषित कर इस ऊर्जा का उपयोग जल के अणुओं को तोड़ कर उनसे हाइड्रोजन एवं आक्सीजन अलग –अलग करने में करतीं हैं | जल से प्राप्त हाइड्रोजन ही कार्बन डाई आक्साइड के साथ मिल कर भोजन बनाने का कार्य करती है |
968 *प्रत्येक जाति के जीवधारियों मे सभी कोशिकाओं के केंद्रक में गुणसूत्र की संख्या निश्चित होती है | उदाहरण : मानव में 23 जोड़ा, चिम्पाजी मे 24 जोड़ा, तथा बंदर में 21 जोड़ा |
969 *DNA सभी आनुवांशिक क्रियाओं का संचालन करता है | जीन इसकी इकाई है | यह प्रोटीन संश्लेषण को नियंत्रित करता है |यह मुख्यत: केंद्रक में पाया जाता है |
970 *DNA से RNA का संश्लेषण होता है | यह केंद्रक एवं कोशिका द्रव्य दोनों मे पाया जाता है |
971 *RNA आनुवांशिक सूचना वाहक है |
972 *DNA कोशिकाओं की समस्त जैविक क्रियाओं को नियंत्रित करता है |
973 *RNA का मुख्य कार्य प्रोटीन का संश्लेषण करना होता है |
974 *कोशिका का ईंधन कार्बोहाइड्रेड (ग्लूकोज) को कहते हैं |
975 *माइटोकांड्रिया मे ऊर्जा ए.टी.पी. के रूप मे बनती है |
976 *गुण सूत्र की रचना डी.एन.ए. तथा प्रोटीन से होती है |
977 *प्रत्येक जीवधारी की सूक्ष्मतम् इकाई कोशिका है |
978 *जीवद्रव्य की रचना जल , अकार्बनिक तथा कार्बनिक पदार्थों द्वारा होती है |
979 *माइटोकांड्रिया का सम्बंध श्वसन से होता है |
980 *पौधों मे जल का परिवहन जाइलम या दारू ऊतक द्वारा होता है |
981 *पादपों मे विभाज्योतक ऊतक की उपस्थिति के कारण ही वृद्धि की क्रिया निरंतर उनके जीवन भर होती रहती है |
982 *पौधों मे वृद्धि केवल कुछ निश्चित वृद्धि केंद्रों पर होती है, जो प्राय: मूल शीर्ष (जड़ का अग्र सिरा) तथा प्ररोह शीर्ष (तने या शाखाओं के अगले सिरे) पर होती है |
983 *फ्लोएम ऊतक का प्रमुख कार्य पौधों के हरे भाग मे निर्मित भोज्य पदार्थ को दूसरे भागों मे वितरण करना होता है |
984 *शरीर की समस्त ऐच्छिक तथा अनैच्छिक पेशियों का निर्माण पेशी ऊतकों से होता है | हृदय, फेफडे, आमाशय, आतें, वृक्क आदि का निर्माण भी पेशी ऊतकों से होता है |
985 *तंत्रिका ऊतक ऐसी विशेष कोशिकाओं से बनते हैं जो शरीर में संवेदनों को अंगों से मस्तिष्क तक तथा मस्तिष्क से अंगों तक ले जाने का कार्य करती हैं |
986 *अस्थि एक सुदृढ़ सन्योजी ऊतक है |
987 *हृदय पेशियां अरेखित पेशियां हैं एवं अनैच्छिक हैं |
988 *रेखित पेशियों का कार्य ऐच्छिक पेशियों का संचालन करना होता है |
989 *संदेश संवहन की मूल इकाई तंत्रिका कोशिका है |
990 *शैवाल प्राय: पर्णहरित युक्त, संवहन ऊतक रहित, आत्मपोषी होते हैं |
991 *जड़ पौधों का अवरोही भाग है, जो मुलांकुर से विकसित होता है |
992 *पुष्प पौधों का जनन अंग होता है |
993 *पत्ती हरे रंग की होती है, इसका मुख्य कार्य प्रकाश-संश्लेषण द्वारा भोजन बनाना होता है |
994 *प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाई आक्साइड, पानी, क्लोरोफिल एवं सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है |
995 *स्थलीय पौधे वायुमण्डल से कार्बन डाई आक्साइड लेते हैं, जबकि जलीय पौधे जल में घुली कार्बन डाई आक्साइड लेते हैं |
996 *पत्ती की कोशिकाओं मे जल शिरा से परासरण द्वारा एवं कार्बन डाई आक्साइड वायु मण्डल से विसरण द्वारा जाता है |
997 *प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक जल पौधों की जडों के द्वारा अवशोषित किया जाता है, एवं प्रकाश संश्लेषण के दौरान निकलने वाला आक्सीजन इसी जल के अपघटन से प्राप्त होता है |
998 *क्लोरोफिल पत्तियों मे हरे रंग का वर्णक है, इसके 4 घटक हैं- क्लोरोफिल ए एवं बी, कैरोटीन तथा जैंथोफिल | इसमे क्लोरोफिल ए एवं बी हरे रंग का होता है और ऊर्जा का स्थानांतरण करता है | यह प्रकाश संश्लेषण का केंद्र होता है |
999 *क्लोरोफिल के केंद्र में एक मैग्निशियम का परमाणु होता है |
1000 *क्लोरोफिल प्रकाश से बैगनी, नीला तथा लाल रंग को ग्रहण करता है |
Biology Questions, जीव विज्ञान 1500 प्रश्न उत्तर Part 2
Reviewed by vishal
on
November 20, 2018
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